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ED के नौवें समन का जवाब-31​​​​​​​ मार्च तक व्यस्त हूं:हेमंत सोरेन ने कहा-फिलहाल पूछताछ मुमकिन नहीं; एजेंसी ने 31 जनवरी तक मांगा था समय

 

 

जमीन घोटाला मामले में ईडी के 9 वें समन के जवाब में हेमंत सोरेन ने पूछताछ में शामिल होने पर असमर्थता जताई। 31 मार्च तक उनकी व्यस्तता है और इस वजह से वे पूछताछ के लिए उपलब्ध नहीं हो पाएंगे।

 

सूत्रों के अनुसार गुरुवार को ईडी को भेजी हुई चिट्ठी में विधानसभा के आगामी बजट सत्र सहित अन्य आवश्यक कार्यों में सीएम ने अपनी व्यस्तता का हवाला दिया है। फिलहाल पूछताछ के लिए समय देने में असमर्थता जताई है।

ईडी ने 20 जनवरी को सीएम आवास पर आकर पूछताछ की थी। उसी वक्त संभावना जताई थी कि अभी औऱ पूछताछ हो सकती है। जिसके बाद 23 जनवरी को प्रवर्तन निदेशालय ने सीएम को समन भेजा था। जिसमें ईडी ने सीएम को 27-31 जनवरी के बीच पूछताछ के लिए समय और स्थान बताने को कहा था।

 

20 जनवरी को ईडी ने सीएम से साढ़े 7 घंटे की थी पूछताछ।

20 जनवरी को साढ़े सात घंटे हुई पूछताछ

सीएम हेमंत सोरेन से 20 जनवरी को पूछताछ हो चुकी है। इस दिन ईडी के अधिकारियों ने उनसे साढ़े सात घंटे पूछताछ की थी। पूछताछ के बाद कार्यकर्ताओं को संबोधित करने के दौरान सीएम हेमंत सोरेन ने यह कहा था कि मैंने सभी सवालों के जवाब दिए हैं। आगे भी अगर ईडी पूछताछ करना चाहती है, तो वे जवाब देने को तैयार हैं।

आयकर और आमदनी के सोर्स से जुड़े पूछे थे सवाल

20 जनवरी को हुई पूछताछ के दौरान उनसे उनकी आमदनी के स्रोत के अतिरिक्त आयकर रिटर्न में दिए गए ब्योरे से संबंधित सवाल किए थे। यह पूछताछ मुख्य तौर पर डीएवी बरियातू के पीछे स्थित 8.46 एकड़ जमीन से जुड़ी हुई थी। उक्त जमीन के अलावा दूसरे मामले से संबंधित सवाल भी पूछे गए थे। ईडी के अधिकारियों की ओर से तमाम सवालों पर सीएम के बयान दर्ज नहीं किए जा सके थे। इसलिए इस पूछताछ को अधूरा माना गया था।

 

पूछताछ के बाद सीएम ने कार्यकर्ताओं से कहा था-न डरा हूं ना डरूंगा।

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने 20 जनवरी को हुई पूछताछ में किसी भी तरह के घोटाले में शामिल होने से इनकार किया था। उन्होने कहा था कि मैंने कोई चोरी नहीं की है। कार्यकर्ताओं को संबोधित करते भी सीएम ने कहा, हमने उनके सभी सवालों के जवाब दिए हैं. आगे जो भी परीक्षा देनी पड़े, उसके लिए हम तैयार हैं. हमने झारखंड लड़कर लिया है. हम झारखंड को इन भ्रष्टाचारियों के हाथ में कभी जाने नहीं देंगे। सरकार बहुत मुश्किल से बनी है। सरकार बनने के बाद से ही हमारे खिलाफ षड्यंत्र चल रहा है। राज्य के विकास के साथ हमने इन षड्यंत्रों को नाकाम किया है। इनके पर को कुतर कर ही हम आगे बढ़ रहे हैं। अब उनके ताबूत में हम आखिरी कील ठोंकेंगे।

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